जानिए सरल भाषा में IPC के धाराओं का मतलब
IPC:क्या है? इसका मतलब भारतीय दंड संहिता :Indian Penal Code होता है। भारतीय दंड संहिता :Indian Penal Code यानी IPC भारत में यहां के किसी भी नागरिक के द्वारा किये गये कुछ अपराधों की परिभाषा और सजा का Provision(प्रावधान)करती है. आईपीसी में कुल 511 धाराएं हैं. जिन्हें 23 चैप्टर के तहत परिभाषित किया गयाआपको बता दें कि यह भारत की सेना (Indian Army) पर लागू नहीं होती है. पहले आईपीसी (IPC) जम्मू एवं कश्मीर में भी लागू नहीं होती क्योंकि इसे स्पेशल अधिकार था, लेकिन धारा 370 हटने के बाद वहां भी आईपीसी लागू हो गई,इससे पहले वहां (rpc)रणबीर दंड संहिता लागू होती थी.
IPC: को किसने बनाया?
सबसे पहले अंग्रेजों ने IPC लागू किया था,ब्रिटिश कालीन भारत (British India) के 1st कानून आयोग (law commission) की सिफारिश -Recommendation पर आईपीसी (IPC) साल 1860 में बनाया गया . और इसके बाद साल 1862 में( IPC) को लागू किया गया था. मौजूदा दंड संहिता को हम सभी भारतीय दंड संहिता 1860 के नाम से जानते हैं. इसका खाचा लॉर्ड मेकाले (Lord Macaulay) ने तैयार किया था.,बाद में समय-समय पर इसमें कई तरह के बदलाव किए जाते रहे हैं.
IPC में धाराओ का मतलब क्या होता है। जानते है इसके बारे में -
🔹धारा 97-मानवता, सम्पत्ति की रक्षा कर अधिकार।
🔹धारा 307 = हत्या की कोशिश
🔹धारा 302 = हत्या का दंड
🔹धारा 376 = बलात्कार
🔹धारा 395 = डकैती
🔹धारा 377 = अप्राकृतिक कृत्य
🔹धारा 396 = डकैती के दौरान हत्या
🔹धारा 120 = षडयंत्र रचना
🔹धारा 365 = अपहरण
🔹धारा 201 = सबूत मिटाना
🔹धारा 34 = सामान आशय
🔹धारा 412 = छीनाझपटी
🔹धारा 378 = चोरी
🔹धारा 141 = विधिविरुद्ध
🔹जमाव धारा 191 = मिथ्यासाक्ष्य देना
🔹धारा 300 = हत्या करना
🔹धारा 309 = आत्महत्या की कोशिश
🔹धारा 310 = ठगी करना
🔹धारा 312 = गर्भपात करना
🔹धारा 351 = हमला करना
🔹धारा 354 = स्त्री लज्जाभंग
🔹धारा 362 = अपहरण
🔹धारा 415 = छल करना
🔹धारा 494 = पति/पत्नी के जीवनकाल में पुनः विवाह धारा 499= मानहानि।
🔹धारा 511= आजीवन कारावास से दंडनीय अपराधों को करने के प्रयत्न लिए दंड।
हमारी जानकारी में अगर किसी धारा के बारे में अगर कुछ गलत इनफार्मेशन मेंशन हो गई हो तो हमें माफ कर दीजियेगा. आशा करतें जानकारी आपको अच्छी लगे धन्यवाद......
